भारतीय रसोई में आलू और प्याज का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है, और इनका उपयोग लगभग सभी सब्जियों में किया जाता है। इस कारण से, कई घरों में इनकी अधिक मात्रा में स्टोरिंग की जाती है। हालांकि, जब इनमें अंकुर निकल आते हैं, तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि क्या अंकुरित आलू और प्याज का सेवन करना सही है।
अंकुरित आलू का सेवन: सुरक्षा के पहलू
जब आलू अंकुरित होते हैं, तो उनमें सोलानिन और चाकोनिन जैसे विषैले ग्लाइकोएल्कलॉइड्स का निर्माण होता है। ये पदार्थ निम्नलिखित समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं:
1. तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव डाल सकते हैं।
2. पेट में दर्द, उल्टी, दस्त, सिरदर्द और थकान का कारण बन सकते हैं।
3. अधिक मात्रा में सेवन से गंभीर विषाक्तता हो सकती है।
क्या करें?
यदि आलू में हल्का अंकुर है और वह सख्त है, तो आप अंकुर को काटकर और हरे हिस्सों को हटा कर इसका उपयोग कर सकते हैं। लेकिन अगर आलू नरम, हरा या कड़वा है, तो उसे खाना उचित नहीं है।
अंकुरित प्याज का सेवन: क्या यह सुरक्षित है?
गर्मियों में प्याज में अंकुर निकलना सामान्य है। ये अंकुर स्वास्थ्य के लिए सीधे हानिकारक नहीं होते, लेकिन:
1. प्याज का स्वाद कड़वा हो सकता है।
2. प्याज सूखने या सड़ने लगता है, जिससे बैक्टीरिया या फफूंदी लगने की संभावना बढ़ जाती है।
क्या करें?
यदि प्याज सख्त है और केवल हल्का अंकुर निकला है, तो आप उसे छीलकर उपयोग कर सकते हैं। लेकिन अगर प्याज नरम, बदबूदार या सड़ा हुआ है, तो उसे फेंक देना बेहतर है।
स्टोरेज टिप्स: आलू और प्याज को अंकुरित होने से कैसे बचाएं?
1. इन्हें ठंडी, सूखी और अंधेरी जगह पर रखें (रेफ्रिजरेटर में नहीं)।
2. आलू और प्याज को अलग-अलग स्टोर करें, क्योंकि एक साथ रखने से जल्दी सड़ते हैं।
3. वेंटिलेशन वाली टोकरियों या थैलों में रखें।
4. सीधे सूरज की रोशनी या गर्मी से बचाएं।